World Press Freedom Day 2025 | स्वतंत्र पत्रकारिता का संकल्प और AI की चुनौतियाँ
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जानिए क्यों 3 मई को मनाया जाता है विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस और इसका इतिहास क्या है।
2025 में AI पत्रकारिता को कैसे प्रभावित कर रहा है – अवसर और जोखिम दोनों पर गहराई से नजर।
UNESCO द्वारा दिए जाने वाले गिलर्मो कैनो प्रेस स्वतंत्रता पुरस्कार और इसके पीछे की प्रेरक कहानी।
लोकतंत्र का चौथा स्तंभ
प्रेस को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहा जाता है। अगर मीडिया स्वतंत्र नहीं होगा, तो समाज में गलत जानकारी फैल सकती है और नागरिकों को सच्चाई से वंचित होना पड़ सकता है। इसी कारण, 1993 में संयुक्त राष्ट्र ने 3 मई को 'विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस' के रूप में मान्यता दी।
यह दिन 1991 में विंडहोक (नामीबिया) में जारी उस घोषणा की याद दिलाता है, जिसमें अफ्रीकी पत्रकारों ने स्वतंत्र और विविधतापूर्ण प्रेस की जरूरत को रेखांकित किया था।
संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 3 मई को प्रेस स्वतंत्रता के महत्व पर जागरूकता फैलाने, अभिव्यक्ति की आज़ादी के अधिकार की रक्षा के लिए सरकारों को उनके दायित्व की याद दिलाने और विंडहोक घोषणा की वर्षगांठ को चिह्नित करने के लिए यह दिवस घोषित किया।
निष्पक्ष और स्वतंत्र मीडिया लोकतांत्रिक व्यवस्था की रीढ़ है
यह दिन सच्चाई की खोज में जान गंवाने वाले पत्रकारों को श्रद्धांजलि देता है
पत्रकारिता के शहीद और सम्मान
हर साल यह दिन हमें यह सोचने पर मजबूर करता है कि एक निष्पक्ष, स्वतंत्र और निर्भीक मीडिया किसी भी लोकतांत्रिक व्यवस्था की रीढ़ कैसे बनता है। यह दिन उन पत्रकारों को भी याद करने का अवसर है जिन्होंने सच्चाई की खोज में अपनी जान गंवाई। 2018 में, जब अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में कई पत्रकार एक हमले में मारे गए, तब वैश्विक मीडिया संगठनों ने एकजुट होकर उनकी स्मृति में अभियान चलाया और प्रेस की सुरक्षा पर नए सिरे से मंथन शुरू हुआ।
यूनेस्को/गिलर्मो कैनो विश्व प्रेस स्वतंत्रता पुरस्कार
यूनेस्को इस अवसर पर "यूनेस्को/गिलर्मो कैनो विश्व प्रेस स्वतंत्रता पुरस्कार" प्रदान करता है। इसकी शुरुआत 1997 में हुई थी। यह पुरस्कार ऐसे व्यक्ति, संस्था या संगठन को दिया जाता है जिसने कठिन और खतरनाक परिस्थितियों में प्रेस की स्वतंत्रता के लिए असाधारण योगदान दिया हो।
इसका नाम कोलंबियाई पत्रकार गिलर्मो कैनो इसाज़ा के नाम पर रखा गया है, जिन्हें 1986 में बोगोटा में उनके कार्यालय के बाहर गोली मार दी गई थी क्योंकि उन्होंने अपने लेखों में शक्तिशाली ड्रग माफिया की सच्चाई उजागर की थी। यह पुरस्कार 14 स्वतंत्र मीडिया विशेषज्ञों की जूरी की सिफारिश पर हर वर्ष 3 मई को दिया जाता है।
2025: AI युग में पत्रकारिता की चुनौतियाँ
2025 में विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस की वैश्विक थीम है: "ब्रेव न्यू वर्ल्ड में रिपोर्टिंग – प्रेस स्वतंत्रता और मीडिया पर कृत्रिम बुद्धिमत्ता का प्रभाव"। आज AI पत्रकारिता को एक नई दिशा दे रहा है। यह खोजी रिपोर्टिंग, कंटेंट निर्माण, तथ्य-जांच और बहुभाषी संप्रेषण को अधिक प्रभावी बना रहा है। इसके उपयोग से डेटा विश्लेषण की क्षमता बढ़ी है और रिपोर्टिंग की गति में भी सुधार हुआ है।
AI के सकारात्मक प्रभाव
- खोजी रिपोर्टिंग में सहायता
- तथ्य-जांच की प्रक्रिया में तेज़ी
- बहुभाषी संप्रेषण में सुधार
- डेटा विश्लेषण की बेहतर क्षमता
- रिपोर्टिंग की गति में वृद्धि
AI से उत्पन्न चुनौतियाँ
- गलत या भ्रामक कंटेंट का प्रसार
- डीपफेक वीडियो की समस्या
- सेंसरशिप में पक्षपात
- पत्रकारों की डिजिटल निगरानी
- आर्थिक स्थिरता पर प्रभाव
लेकिन, इसके साथ ही कई गंभीर चिंताएं भी उभर रही हैं। AI से उत्पन्न होने वाले गलत या भ्रामक कंटेंट (मिसइन्फॉर्मेशन और डिसइन्फॉर्मेशन), डीपफेक वीडियो, सेंसरशिप में पक्षपात, और पत्रकारों की डिजिटल निगरानी जैसी समस्याएं लोकतांत्रिक मूल्यों और पत्रकारिता की साख को चुनौती दे रही हैं। मीडिया संस्थानों की आर्थिक स्थिरता, AI के कारण पारिश्रमिक में असमानता और निष्पक्ष रिपोर्टिंग के मानकों पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
"इस वर्ष का कार्यक्रम मीडिया पेशेवरों, नीति निर्माताओं और नागरिक समाज के प्रतिनिधियों को एक मंच पर लाकर यह सुनिश्चित करने पर केंद्रित है कि AI पत्रकारिता की स्वतंत्रता को कमजोर न करे, बल्कि उसे सशक्त बनाए।"
निष्कर्ष: स्वतंत्र पत्रकारिता का संकल्प
प्रेस स्वतंत्रता न केवल पत्रकारों का अधिकार है, बल्कि प्रत्येक नागरिक के सूचना के अधिकार का मूल आधार भी है। यह लोकतंत्र, पारदर्शिता और मानवाधिकारों की रक्षा में अनिवार्य भूमिका निभाती है।
विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस हमें उन पत्रकारों की याद दिलाता है जो बिना डरे सच्चाई को सामने लाने के लिए संघर्ष करते हैं। यह केवल एक स्मरण दिवस नहीं, बल्कि एक आह्वान है—एक ऐसी दुनिया के लिए जिसमें पत्रकार निर्भय होकर सच्चाई लिख सकें और लोगों को जिम्मेदार एवं सही जानकारी मिल सके। अंतर्राष्ट्रीय दिवसों का उद्देश्य केवल उत्सव नहीं, बल्कि चिंतन, चेतना और सामूहिक कार्रवाई के लिए प्रेरणा देना है।
स्वतंत्र पत्रकारिता, सशक्त लोकतंत्र
"जहां प्रेस स्वतंत्र है, वहां जनता सुरक्षित है।"
By Sweety Kumari
स्वतंत्र लेखक
विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस विशेष
3 मई, 2025
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